राम-अल्लाह में फर्क नहीं देखते रहमान, दोस्त संजीव ने बचाई जान
उत्तर पूर्वी दिल्ली तीन दिनों तक जलती रही, मगर नफरत की साजिश की लपटों के बीच तमाम ऐसे देवदूत भी फरिश्ता बनकर सामने आए, जिन्होंने धर्म और मजहब की दीवार को तोड़कर एक सच्चे इंसान होने की तस्वीर पेश की.
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